== जब संसद मार्ग भी तो गूंज उठा था*
- हरद्वारी लाल के भाषण और नारों से ==
- जब संसद मार्ग भी तो गूंज उठा था*
- हरद्वारी लाल के भाषण और नारों से*
✊✊✊✊✊✊✊✊✊✊✊ श्री हरद्वारी लाल का निधन समाज के लिए अपूर्णी क्षति और एक युग का अंत- *"बरवाला पंचायत-360"* 💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐
दिल्ली के दिचाऊं कलां गांव निवासी श्री हरद्वारी लाल ( उम्र लगभग 90 साल या ऊपर) का निधन समाज के लिए एक बहुत बड़ी क्षति है.बरवाला पंचायत 360 के संस्थापक एंड सुप्रीमो श्री एनपीपीएस रामकिशन पूनिया (गांव बरवाला,दिल्ली-9868285324) ने कहा है कि परम आदरणीय श्री हरद्वारी लाल जी (संसद के सामने फोटो में मेरे दांए जो कंधे पर थैला लटकाए हैं और मेरे हाथ में फईल) के निधन से एक युग का अंत हो गया है. उन्होंने कई दशकों तक समाज और जाति-बिरादरी की जो सेवा की है उसे सदियों तक भुलाया नहीं जा सकता. श्री पूनिया जी ने कहा है कि जब जाति प्रमाण पत्र के मामले को लेकर बरवाला पंचायत 360 का जबरदस्त काफिला संसद की ओर बढ़ रहा था तो पार्लियामेंट स्ट्रीट पर जब सम्मानित श्री हरद्वारी लाल जी मेरे साथ चल रहे थे तो उनके जबरदस्त भाषण को सुनकर गगनचुंबी इमारतों से आदमी बाहर निकल आए थे. उनकी भाषण शैली और एक-एक शब्द को सुनकर पुलिस और सीआईडी वालों ने दांतो तले उंगली दबा ली थी. श्री पूनिया जी ने कहा है कि गांव बरवाला, नरेला, बवाना और अनेक जगह जब पंचायतों में जनसमूह उमड़ रहा था तो श्री हरद्वारी लाल जी के विचारों भाषण देने की कला और अंदाज ने लोगों को तालियों की गड़गड़ाहट के लिए मजबूर कर दिया था.उनकी फर्राटे दार इंग्लिश और लेखन कला के सामने अच्छे-अच्छे नतमस्तक हो जाते थे. माननीय श्री हरद्वारी लाल जी ने जन्म तो भले ही दीचाऊं कलां में लिया था लेकिन हर गांव वासी उन्हें अपना ही मानकर चलता था. श्री पूनिया जी ने कहा है कि जबरदस्त जेठ की दोपहरी में कंझावला डीसी ऑफिस के सामने उनका भाषण और तन-बदन को झुलसाती गर्मी कार में ना बैठ कर पैदल ही कंझावला चौक की तरफ चल पड़े थे तो वहां उपस्थित हर इंसान का उन्होंने मन मोह लिया था. इस तरह के अनेक किस्से और उदाहरण श्री हरद्वारी लाल जी के विषय में बताए जा सकते हैं जिनको सुनकर आने वाली पीढ़ी शायद ही विश्वास करे Deepaksatwal23 (talk) 16:08, 31 January 2023 (UTC)