खबर टुडे पत्रकारिता का पवित्र स्वरूप,जिसके असली हक़दार आप हैं

लोकतंत्र की मजबूती के लिए स्वच्छ व निष्पक्ष मीडिया प्राण वायु की तरह है । जनता मीडिया से यह अपेक्षा रखती है कि समाचार-सम्प्रेषण में मीडिया निष्पक्षता का परिचय दें। किंतु प्रायः यह देखने को मिलता है कि कॉरपोरेट घरानों की मीडिया में कार्यरत बड़े-बड़े धुरंधर भी अपने मालिकों के दबाव में किसी विशेष राजनीतिक दल अथवा व्यक्ति के पक्ष में तथा उसके विरोधी दल अथवा व्यक्ति के विपक्ष में अपना विचार प्रकट करते हैं।

कॉरपोरेट घरानों की पारिवारिक विरासत बन चुके मीडिया संस्थानों से स्वच्छ व निष्पक्ष पत्रकारिता की उम्मीदें करना बेईमानी है। मेरा यह मानना है कि किसी भी प्रलोभन अथवा दबाव में आकर ऐसा करना, न तो पत्रकारिता के सिद्धांतों के अनुकूल है और न ही मानवता अथवा नैतिकता है। पक्षपातपूर्ण लेखों और दुर्भावनापूर्ण समाचार सम्प्रेषणों से जन-मानस भ्रमित और प्रदूषित होता है।

अतः हमारा यह दायित्व बनता है कि समाचार-सम्प्रेषण अथवा विश्लेषण में मर्यादा, संयम और निष्पक्षता पर विशेष ध्यान हो। इस उद्देश्य की तरफ से ये हमारा छोटा ही सही पर महत्वपूर्ण कदम है। पत्रकारिता के इस स्वरूप को ले कर हमारी सोच के रास्ते में सिर्फ जरूरी संसाधनों की कमी ही बाधा है। हमें उम्मीद है आने वाले समय में यदि आप सभी पाठकों का यही सहयोग निरंतर मिलता रहा तो हम पत्रकारिता के पवित्र स्वरूप को स्थापित करने में सफल होगें, जिसके असली हक़दार आप हैं।