"बे-लिहाज़ी अंदाज़" A youths platform
Belihazi andaz
लॉक डाउन में ही इस प्लेटफार्म की स्थापना 28 अप्रैल 2020 को वाराणसी में हुई और अभी तक लगभग 1100 लोग जुड़ चुके हैं l
यह प्लेटफार्म युवा रचनाकारों का प्लेटफार्म है जिसमे नव युवा रचनाकार अपनी स्वरचित रचनाएँ
भेजते हैं..और पाठकगण पढ़ते हैं और सराहना करते हैं l
लॉक डाउन के बाद यह सोशल मीडिया के साथ- साथ आउटडोर पर जगह जगह कवि-सम्मेलन व ओपन माइक का कार्यक्रम करवाएगा.. जिसमें तमाम जगहों के युवा रचनाकार इसमें भाग लेंगेl
आज के दौर में सोशल मीडिया पर इतनी सांप्रदायिक, धार्मिक उन्मादी पोस्ट, फेक न्यूज़ आदि सोशल मीडिया का वातावरण कहीं न कहीं दूषित व लोगों में कटटरता आदि जैसी चीजें फैला रही हैं l
तो उन बातों का ध्यान रखते हुये इस प्लेटफार्म के बाकायदा नियम बने हैं... जिससे नव युवा रचनाकार या कोई पाठक लोगों में ज़हर घोलने जैसी पोस्ट एवं सांप्रदायिक रचनाएं नही भेजता है l
हमारे समाज और नव युवा रचनाकारों में सकारात्मक ऊर्जा पहुंच सके इस प्लेटफॉर्म से यह हमारा प्रयास है और रहेगा भी l
यह प्लेटफार्म युवा रचनाकारों को एक पहचान और मुक़ाम दिलाने के लिए बनाया गया है l
समय - समय पर इस प्लेटफार्म पर वरिष्ठ रचनाकार live आकर अपनी कविताओं के माध्यम से युवा रचनाकारों का मार्गदर्शन तथा उनका उत्साहवर्धन करते रहते हैं l
अभी भारत देश कई राज्यों से वरिष्ठ रचनाकारों ने लाइव आकर नवयुवरचनाकारों का मार्गदर्शन कर चुके हैं l
यह प्लेटफार्म एक साहित्य सेवा है एक सामाजिक कार्य कर रहा है l
हफ्ते में एक दिन रविवार को "पिटारा" खुलता है जिसमे महान कवि, शायर एवं लेखकों की जीवनी के साथ- साथ उनकी कुछ बहुचर्चित रचनाएँ पेश की जाती है..... युवा रचनाकारों के हौंसला आफ़ज़ाई के लिए, उनका मार्गदर्शन करने के उद्देश्य से l