शिक्षा व शेरनी का दूध है जो पिएगा वह दहाड़े गा -
Dr.B.R.Ambedkar
वक्त कम है साहब शहरों में चार गुना रफ्तार से भागता है समय |
और गांव में 4 गुना धीरे से ठहरता है समय
शहरों में मतलबी है लोग तो वही गांव में सब सहयोगी हैं लोग[1]