राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर शान्ति निकेतन ग्रुप ऑफ इंस्टीटयूशन्स में बालिका सम्मान समारोह का आयोजन किया गया जिसमें सैकडों मेधावी बालिकाओं को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ शान्ति निकेतन ग्रुप ऑफ इंस्टीटयूशन्स के चेयरमैन एवं मेरठ दक्षिण विधायक डा. सोमेन्द्र तोमर, कार्यकारी निदेशक डा. उर्मिला मोरल, निदेशक डा. मनोज कुमार एवं विशिष्ठ अतिथियों द्वारा सरस्वती के चित्र पर मालार्पण व दीप प्रज्जवलित कर किया गया। तत्पश्चात विद्यार्थियों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये गये। जिनमें मुख्यतः गणेश वंदना, एसिड एटैक एवं बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओ थीम पर नाटक, योगा डांस तथा कविता इत्यादि रहे। जिन्हे उपस्थित लोगो द्वारा काफी सराहा गया।

डा. सोमेन्द्र तोमर ने बालिकाओं के उज्जवल भविष्य की मंगलकामना की-

बता दें कि इसके बाद शान्ति निकेतन ग्रुप ऑफ इंस्टीटयूशन्स के चेयरमैन डा. सोमेन्द्र तोमर एवं कार्यकारी निदेशक डा. उर्मिला मोरल, डा. मनोज कुमार एवं विशिष्ठ अतिथियों द्वारा मेधावी बालिकाओं को सर्टिफिकेट प्रदान कर सम्मानित किया गया। चेयरमैन डा. सोमेन्द्र तोमर ने बालिकाओं के उज्जवल भविष्य की मंगलकामना की इसके साथ ही अन्य बालिकाओं को इनसे प्रेरणा लेने की सलाह भी दी। उन्होने कहा कि कठिन परिश्रम, एकाग्रता, संकल्प, नियमित अध्ययन एवं समय पालन से ही सफलता मिलती है। डा. तोमर ने कहा कि शिक्षा के बिना कोई भी समाज तरक्की नही कर सकता इसलिए समाज के लोगों को अपनी बच्चियों की शिक्षा पर विशेष ध्यान देना होगा। बालिकाओं के उत्साह से गदगद विधायक ने कहा कि आप ही देश का भविष्य हो, आप में से ही कल कोई प्रशासनिक अधिकारी, वकील, डाक्टर, इंजीनियर बनकर देश का भविष्य तय करेगा। हो सकता है कोई आप में से नेता भी बने लेकिन आपका लक्ष्य एक जिम्मेदार नागरिक के रूप मे देश सेवा करना होगा चाहिए।

शिक्षित बालिकायें अपने जीवन में सही निर्णय लेने में सक्षम हो जाती है- डा. उर्मिला

वहीं शान्ति निकेतन ग्रुप ऑफ इंस्टीटयूशन्स की कार्यकारी निदेशक डा. उर्मिला मोरल ने अपने सम्बोधन में कहा कि आज समाज की युवा पीढी भटक रही है, जिनको संभालने की जरूरत है। उन्होने कहा कि समाज में फैली कुरीतियों को भी हम सबको मिलकर दूर करना होगा। इसके लिए समाज को एकजुट होकर आगे आना होगा। डा. उर्मिला मोरल ने कहा कि शिक्षा की भूमिका यहाॅ अत्यंत महत्वपूर्ण है और शिक्षा महिलाओं को सशक्त बनाने में एक लंबा रास्ता तय करती है और शिक्षा की प्रक्रिया जीवन में शुरू कर अधिक से अधिक बालिकाओं को स्कूल भेजा जाना चाहिये। इसके साथ ही उन्होंने आगे कहा कि बालिकाओं को सही तरीके से शिक्षित करने से कई फायदें होते है। सबसे महत्वपूर्ण शिक्षित बालिकायें अपने जीवन में सही निर्णय लेने में सक्षम हो जाती है।

सफलता का एक ही मार्ग होता है, वह है कठिन परिश्रम- डा. मनोज

इसके साथ ही निदेशक डा. मनोज कुमार ने सम्मानित बालिकाओं को अपनी शुभकामनायें दी और कहा कि सफलता का एक ही मार्ग होता है और वह है कठिन परिश्रम। स्कूली मेरिट में स्थान मिलना समझों यह सफल नागरिक बनने का एक टिकट है। आगे भविष्य में इसे गंवाना नही। स्वंय से प्रतिबद्वता और आत्मविश्वास के साथ लक्ष्य की ओर बढे, सफलता आपके कदम चूमेंगी। उन्होने कहा कि आज इतनी ठंड के बावजूद भी मेधावी बालिकाओं के जोश में कोई कमी नही आई और ना ही उनके साथ आये अभिभवकों के चेहरे पर। अपने बच्चियों को सम्मानित होता देखकर कालेज प्रागण में मौजूद प्रत्येक अभिभावक के चेहरे पर गर्व साफ झलक रहा था। विशिष्ठ अतिथि मोहिउद्दीनपुर शुगर मिल के प्रबंध निदेशक शीशपाल ने शान्ति निकेतन ग्रुप ऑफ इंस्टीटयूशन्स के इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के कार्यक्रम से बालिकाओं को प्रोत्साहन मिलेगा जो उनके भविष्य निर्माण में अहम भूमिका निभायेगा तथा उन्हे एक नई दिशा मिलेगी। Latest update in India and world in hindi

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