कवि हिमांशु भरद्वाज (जन्म: 7मार्च 2002) एक भारतीय हिन्दी कवि, वक्ता और सामाजिक कार्यकर्ता हैं। उनका मूल नाम हिमांशु भारद्वाज है। वे युवाओं में अत्यन्त प्रिय और नवोदित कवि है। हिमांशु भारद्वाज हिंदी के कविताओं का मंचन, वाचन, गायन के साथ साथ वकतृत्व प्रतिभा के भी धनी हैं। मंच संचालन, गायन, काव्य वाचन, पाठन, लेखन आदि सब विधाओं में निपुण हैं।

प्रारम्भिक जीवन और शिक्षासंपादित करें

हिमांशु भारद्वाज का जन्म 7मार्च 2002 को बिहार के बेगूसराय के सफापुर के एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था । हिमांशु के पिता धर्मेंद्र कुमार जो एक सामान्य कृषक है और उनकी माता श्रीमती प्राची कुमारी हैं । हिमांशु दो भाई बहन है , बहन इनसे छोटी है ।


हिमांशु ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा राजकीयकृत मध्य विद्यालय ,भैरवार , बेगूसराय से ग्रहण की यहां से उन्होंने आठवीं तक शिक्षा ग्रहण की उसके नौवीं और दसवीं की पढ़ाई के लिए बीपी कालेज , बेगूसराय में दाखिला लिया और साल 2019 में यहां से दसवीं की परीक्षा उत्तीर्ण होकर ग्यारहवी और बारहवीं की शिक्षा प्राप्त के लिए महंत राम जीवन दास महाविद्यालय , विष्णुपुर , बेगूसराय में वर्तमान शिक्षार्थी के तौर पर शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।

कार्य और उपलब्धियांसंपादित करें

हिमांशु भारद्वाज को श्रृंगार रस का कवि माना जाता है। उनके द्वारा लिखा काव्य संग्रह 'ज़माना' जो प्रकाशन हेतु प्रेषित है। उन्होंने कई सुंदर कविताएं लिखी हैं जिनमे हिंदी कविता के नवरस मिलते हैं।

विभिन्न पत्रिकाओं में नियमित रूप से छपने के अलावा हिमांशु भारद्वाज इनकी एक पुस्तक प्रकाशन हेतु प्रेषित हैं ।(जमाना)

मंचसंपादित करें

कवि-सम्मेलनों और मुशायरों के क्षेत्र में भी हिमांशु नवोदित कवि हैं। वो अब तक चालीस -पचास कवि सम्मेलनों और मुशायरों में कविता-पाठ और संचालन कर चुके हैं।