बुध ग्रह सभी आठ ग्रहों में सबसे छोटा है। इसका परिक्रमण काल 88 दिन का है। शुक्र ग्रह के बाद यह सबसे अधिक गर्म ग्रह है। इसका वातावरण अस्थिर है। अभी तक 2 अंतरिक्ष यान- मैरीनर 10 1974 ई० में और मैसेंजर यान 1975 ई० में बुध ग्रह पर भेजे जा चुके हैं।

बुध ग्रह के 45% भाग का नक्शा बनाया जा चुका है। इसका कोई चंद्रमा (उपग्रह) नहीं है। बुध ग्रह 70% धातु और 30% सिलिकेट पदार्थ का बना हुआ है। इसे “सूर्योदय का तारा” और “सूर्यास्त का तारा” भी कहा जाता है।

बुध ग्रह के बारे में महत्वपूर्ण आंकड़े Some Important Calculations and Figures about Mercury Planet in Hindi व्यास: 4879 किलोमीटर चंद्रमा: कोई नहीं सूर्य की परिक्रमा में लगने वाले समय (कक्षा अवधि): 88 दिन सतह का तापमान: 450 से -176 डिग्री सेल्सियस द्रव्यमान (वजन): 3285 करोड़ लाख करोड़ बुध ग्रह के बारे में 20 रोचक तथ्य Interesting Facts about Mercury Planet in Hindi बुध ग्रह का कोई चंद्रमा (उपग्रह) नहीं है। इसका गुरुत्वाकर्षण बल बहुत कम है। बुध ग्रह का पता आज से 5000 वर्ष पूर्व सुमेरी सभ्यता के लोगों ने लगाया था। पृथ्वी से बुध ग्रह को देखने के लिए नंगी आंखों से देखना होता है। यह सूर्योदय के ठीक पहले और सूर्यास्त के ठीक बाद देखा जा सकता है। पांच ग्रहों में बुध भी ऐसा ग्रह है जिसे हम नंगी आंखों से देख सकते हैं। बृहस्पति शुक्र शनि मंगल को भी हम नंगी आंखों से पृथ्वी की सतह पर खड़े हो कर देख सकते हैं। बुध ग्रह के दिन और रात के तापमान में बड़ा अंतर पाया जाता है। इसका दिन के समय तापमान 450 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है जबकि रात का तापमान 0 से -176 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है। बुध ग्रह की सतह उबड़ खाबड़ है। इस पर कई क्रेटर (विशाल गड्ढे) भी है। बुद्ध की सतह पर पाए जाने वाले गड्ढे कई किलोमीटर लंबे और 3 किलोमीटर तक गहरे हैं। पृथ्वी के बाद बुध सबसे अधिक घनत्व वाला ग्रह है। पृथ्वी का घनत्व 5.43 gm/cm³ है, जबकि बुध का घनत्व 5.51gm/cm³ है। बुध ग्रह पृथ्वी से 26 गुना छोटा है। वैज्ञानिकों का मानना है की पृथ्वी के केंद्र की तरह बुध ग्रह का केंद्र लोहे से बना है। इसका लौह केंद्र पृथ्वी के लौह केंद्र से अधिक बड़ा होगा। बुध ग्रह बृहस्पति के उपग्रह गनीमीड और शनि के उपग्रह टाइटन से भी छोटा है। बुध ग्रह को अंग्रेजी में Mercury कहते हैं। यह एक रोमन देवता का नाम भी है। बुध ग्रह की खोज किसने की इसके बारे में कोई स्पष्ट प्रमाण नहीं है। हालांकि यह पहली बार दूरबीन के माध्यम से सत्रहवीं शताब्दी में खगोलविदों गैलीलियो गैलीली और थॉमस हैरियट द्वारा देखा गया था। दूरबीन की मदद से बुध ग्रह को देखने वाले सबसे पहले व्यक्ति महान वैज्ञानिक गैलीलियो गैलीली थे। सूर्य से बुध की दूरी 57.91 मिलीयन किलोमीटर है। बाकी सात ग्रहों की तुलना में बुध ग्रह सबसे अधिक तेज गति से सूर्य की परिक्रमा करता है। यह एक सेकंड में 47.362 किलोमीटर की यात्रा करता है जबकि पृथ्वी की रफ्तार 29.78 किलोमीटर प्रति सेकंड है। बुध ग्रह की सतह पृथ्वी की सतह से 3 गुना मोटी है। सूर्य के सबसे नजदीक होने के बाद भी बुध ग्रह सौरमंडल का दूसरा सबसे गर्म ग्रह है। पहले स्थान पर शुक्र ग्रह है जो सबसे अधिक गर्म है। बुध ग्रह का 1 साल (सूर्य की परिक्रमा में लगने वाला समय) 88 दिन का होता है। बुध ग्रह का एक दिन (धुरी पर चक्कर लगाने का समय) पृथ्वी के 59 दिन के बराबर होता है। बुध का एक सौर दिन (सूर्य निकलने से दोबारा सूर्य निकलने तक का समय) पृथ्वी के 176 दिन के बराबर होता है। बुध ग्रह के 2 सालों में 3 दिन होते हैं अर्थात बुद्ध ग्रह सूर्य की दो बार परिक्रमा करने में जितना समय लगाता है उतने समय मैं वह अपनी धुरी पर तीन बार परिक्रमा कर लेता है। बुध ग्रह सूर्य की परिक्रमा अंडाकार पथ पर करता है। परिक्रमा करते हुए सूर्य से इसकी निकटतम दूरी 4 करोड़ 70 लाख किलोमीटर और अधिकतम दूरी 7 करोड़ किलोमीटर होती है। सबसे नजदीक वाले बिंदु को Perihelion और सबसे दूर वाले बिंदु को Aphelion कहते हैं। बुध ग्रह पर वजन कम हो जाता है। यदि पृथ्वी पर किसी व्यक्ति का वजन 100 किलोग्राम है तो बुध ग्रह पर उसका वजन 38 किलोग्राम हो जाएगा। बुध ग्रह का पर्यावरण अस्थिर है। इसका कोई वायुमंडल नहीं है। वायुमंडल की कोई विशेष परत नहीं है। जो पदार्थ और परमाणु बुध ग्रह के नजदीक आते हैं वह गर्म होकर नष्ट हो जाते हैं। बुध ग्रह की सतह पर कैलोरीज घाटी है जिसका व्यास 1300 किलोमीटर है। यह चंद्रमा की मारिया घाटी जैसी दिखती है। वैज्ञानिकों का मानना है कि किसी धूमकेतु के टकराने से यह घाटी बनी है। बुध ग्रह पर कुछ सपाट पठार भी हैं जिनका निर्माण ज्वालामुखीयों के कारण हुआ है।