विनम्र सेन सिंह इलाहाबाद विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं। इनकी ख्याति हिंदी जगत में एक श्रेष्ठ गीतकार के रूप में है। इनके शृंगारिक गीतों की लोकप्रियता बहुत अधिक है। इसके साथ ही विनम्र सेन सिंह ने कई लोकप्रिय और साहित्यिक नवगीतों की रचना की जो हिंदी प्रेमियों के लिए एक मोहक उपहार के समान है। इनका काव्य संग्रह 'अपना भारत देश महान' 2014 में प्रकाशित हुआ । आलोचना के क्षेत्र में भी इन्होंने मार्क्सवादी आलोचना का विकास, विवेकी राय आंचलिकता और लोक जीवन आदि ग्रंथों का प्रणयन किया। रामचरित उपाध्याय ग्रंथावली और काली मिट्टी पर पारे की रेखा के सह संपादक के रूप में भी इनकी प्रसिद्धि किसी से छुपी नहीं है।