निसर्गः🌎🖤

यह एक ऐसा रहस्य हैं। जिसे स्वंय के द्वारा संपूर्ण परिक्षणों से पारित किया गया हैं।

निसर्गः यह संपूर्ण सजीव जीवों के लिए निःस्वरुप तत्वों में व्यक्त हैं।

यह तत्व जीवों के जीवन के लिए स्वयं में समक्ष हैं। परंतु इनकी समकक्षता मानवीय जीवों द्वारा असंतुलित हो गई हैं।

इन्हीं समकक्षता को संतुलित करने के लिए हमें कुछ महत्वपूर्ण तत्वों को समक्ष करने की आवश्यकता हैं।

तत्वों का स्वयं का अस्तित्व होना अनिवार्य हैं, जिससे मानवीय जीवन का अस्तित्व निरंतर बना रहे।

तत्वों के संचालन से हम में होने वाले भिन्न प्रकार के परिवर्तनों तथा अन्य प्राकृतिक आपदाओं से सबको सुरक्षित रखते हैं।

मैं स्वयं इन परिक्षणों का साक्ष हूॅ।[1]